1. जिंदगी एक जंग है... ऊपर वाले ने हमें War Zone फेंक दिया है...Be Alert - Protect Yourself ! जिदंगी में एक मंजिल चुनना बहुत जरूरी है," जुनून के साथ दौडो....गाना है तो जुनून के साथ गाओ; बिना मंजिल के जीने वाले की जिंदगी मुर्दो से भी बत्तर है,उसके जीने मरने से दुनिया को कोई फर्क नही पड़ता... याद रख लो.. खुद से बढ़कर कोई तुर्रम खान नही,जो अच्छा लगे वो करो,किसी की बात मत सुनो.... इंसानियत की बात तो बिल्कुल नही.... अगर तुम्हारा target है 10th mile तो Aim For 11th mile... ऐसा हाथ मारो की दिमाग घुम जाये। Movie- Businessman 2. भगवान के भरोसे मत बैठिए...... क्या पता भगवान हमारे भरोसे बैठा हो। Movie- Manjhi:The Mountain Man 3. हम आज जो फैसला करते हैं.... व...
1. शुभ कार्य जितनी जल्दी हो, उतनी जल्दी कर लेना चाहिए और अशुभ कार्य को जितना हो सके, उतना ही टाल देना चाहिए। इससे ना ही हम खुद को बल्कि दूसरों को भी नुकसान होने से बचा सकते हैं। 2. कभी भी अपने प्रतिद्वंदी को कमजोर मत समझो। 3. कभी भी अपने जीवन के राज को किसी को भी नहीं बताने चाहिए; चाहे वो आपका भाई ही क्यों ना हो? 4. मुझे अपनी शक्तियों पर अहंकार करने का पूरा अधिकार है; ये शक्तियां मुझे कोई दान में प्रदान नहीं हुई, इसके लिए मैंने कठोर तपस्या की है। 5. जो व्यक्ति स्वयं अपने हाथों से अपनी कृति को धूल में मिला देता है; उसका देवता भी समान नहीं करेंगे। 6. अपने सारथी, पहरेदार, रसोईया और भाई के शत्रु मत बनो। ये सारे आपको किसी भी वक्त नुकसान पहुंचा सकते हैं। 7. ये मत सोचो कि तुम हमेशा के लिए विजेता रहोगे; यहां तक कि अगर तुम हमेशा से जीतते आ रहे हो तब भी। 8. हमेश...
1. जब मैं Plays कर रहा था, उससे ज्यादा पैसा नहीं मिलता था। तो मैंने सोचा कि यार, बहुत बुरी हालत हो रही है... इससे तो अच्छा मुंबई जाकर बुरी हालत होती तो वो ज्यादा satisfactory होगी। यह सोचकर मैं मुंबई चला आया। 2. मेरे ख्याल से कि मैं Passionately इंस्पायर नहीं था ...जैसे फिल्म में बहुत बड़ा स्टार बनना है। ऐसा कुछ नहीं था, मेरा survival का issue था। 3. खाली बैठने वाला जो समय होता है उससे बड़ा डर लगता है। 4. जब मैं गांव जाता था। मेरे father मेरे पर गुस्सा होते थे क्योंकि मेरी ज्यादातर फिल्मों में पिटाई होती थी जैसे Torcher हो रहा हूं जेल में, Hero आके पीट कर चला गया। तो मेरे फादर गुस्सा हो जाते...क्या है पीट कर आ जाता है, उनको उसमें acting नजर नहीं आती थी।फिर 12 साल बाद ऐसा हुआ कि Gangs of Wassepur मिली जिसमें मैंने सब को मारा, तब वह खुश थे। 5. ग्रेजुएशन करने के बाद जब जॉब का वक्त आया तो मैं बड़ौदा में आया और पेट्रो केमिस्ट फैक्ट्री में एक केमिस्...
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