Kangana Ranaut के अनमोल विचार Kangana Ranaut Quotes in Hindi
1. मेरा मानना है कि दुनिया में एक व्यक्ति के साथ जो होता है, ठीक वैसे ही दूसरे के साथ नहीं हो सकता। अतः मैं कहना चाहूंगी कि घर पर बैठकर चमत्कार होने की उम्मीद ना करें। अपने सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए घर से बाहर निकले और कुछ करें।
2. अपने अनुभव के आधार पर मैं यह कह सकती हो कि मैं अभिनय करने की जितनी कम कोशिश करूंगी, उतनी ही बेहतर अदाकारा बनूंगी।
3. मैं ऐसे लोगों के साथ सहज नहीं रह पाती, जो खुद को मेरा फैन कहते हैं। आप मेरे बारे में कुछ भी नहीं जानते। आपने सिर्फ मुझे फिल्मों में काम करते देखा है।
4. अभिनय का अर्थ है जिंदगी जीना और अनुभव प्राप्त करना।
5. मैंने बी ग्रेड फिल्मों से शुरुआत की और आज देश की नंबर वन अभिनेत्री हूं; जबकि अन्य अभिनेत्रियां जिन्हें आप मेरे समकालीन कह सकते हैं। उस तरह आगे नहीं बढ़ी जबकि उनकी शुरुआत मुझसे बेहतर हुई थी।
7. लोग आपका दोस्त या गॉडफादर बनकर आपके पास आते हैं लेकिन जल्दी आप को यह एहसास हो जाता है, कि यहां फ्री में कुछ भी नहीं है। वो आपसे हर चीज की कीमत वसूलना चाहते हैं।
6. अब मुझे ऐसे किरदार मिल रहे हैं, जिनके मैं लायक हूं।
7. लोग आपका दोस्त या गॉडफादर बनकर आपके पास आते हैं लेकिन जल्दी आप को यह एहसास हो जाता है, कि यहां फ्री में कुछ भी नहीं है। वो आपसे हर चीज की कीमत वसूलना चाहते हैं।
8. बस मैं किसी चीज के लिए, किसी हरकत के लिए, किसी से भी माफी नहीं मांगूगी। गलत बात के लिए झुक जाना ना मेरी फितरत है ना ही मेरी जरूरत।
9. जब मैं स्ट्रगल कर रही थी तो कोई खान और बड़ा एक्टर मेरे साथ काम नहीं करना चाहता था। अब मैं क्यों उनके साथ काम करूं?
ये तो वही हो गया कि जब मैं बॉलीवुड में आई तो मेरे पिता ने पैसा देना बंद कर दिया। अब जब सक्सेसफुल हो तो पैसे देते हैं, पर अब मुझे जरूरत ही नहीं!
10. हाई सोसाइटी के लोग अंदर से खोखले होते हैं। देश में इसी तरह के लोग आगे हैं।
11. मैं उस चीज के लिए सॉरी फिर नहीं कर सकती जिसके लिए जिम्मेदार हूं ही नहीं! तभी सॉरी कहूंगी अगर मैंने गलती की है।
12. मुझे नुकसान पहुंचाने की, शर्मिंदा करने की, बदनाम करने की कोशिश हुई हैं। उनका असर हुआ है या नहीं यह मुझे नहीं पता लेकिन मैं इतना जानती हूं कि जहां से मैं आई हूं, इन सब चीजों से लड़ना मैंने सीख लिया है इसलिए मुझे कोई कुछ भी कहे मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता। जब भी कोई औरत मर्द के बराबर आ जाती है तो उसे दबाने के लिए यही होता है।
13. मैं अपने लिए हीरो बनना चाहती हूं, इसलिए मैंने घर छोड़ा था।
14. इस देश में जब भी किसी औरत को दबाना होता है, उसको चुड़ैल, डायन, वैश्या, पागल कहा जाता रहा है। मेरे बारे में कहा गया कि मैं तांत्रिक बुलाकर काला जादू करती हूं। मैं यही कहना चाहूंगा कि मैं हिंदू हूं, गीता और सनातन धर्म को मानती हूं और आप मेरा पूजा-पाठ नहीं समझ पा रहे हैं। कोई बात नही! लेकिन वो तंत्र-मंत्र थोड़ी हो जाएगा।
15. इंडस्ट्रीज के लोगों ने मेरे साथ कुत्तों जैसा बर्ताव किया था।
16. मैंने बॉलीवुड को एक्सेप्ट किया है। बॉलीवुड ने मुझे एक्सेप्ट किया या नहीं। मैं परवाह नहीं करती। मुझे पता था कि मेरे लिए कोई नहीं खड़ा होगा। मेरे दोस्त नहीं पर शुभचिंतक जरूर है।
17. मैं बहुत ही मामूली मीडियम क्लास परिवार से हूं। लेकिन फिर भी जितना झूठ, खोखलापन यहां के अमीर लोगों में है उतना कहीं नहीं।
9. जब मैं स्ट्रगल कर रही थी तो कोई खान और बड़ा एक्टर मेरे साथ काम नहीं करना चाहता था। अब मैं क्यों उनके साथ काम करूं?
ये तो वही हो गया कि जब मैं बॉलीवुड में आई तो मेरे पिता ने पैसा देना बंद कर दिया। अब जब सक्सेसफुल हो तो पैसे देते हैं, पर अब मुझे जरूरत ही नहीं!
10. हाई सोसाइटी के लोग अंदर से खोखले होते हैं। देश में इसी तरह के लोग आगे हैं।
11. मैं उस चीज के लिए सॉरी फिर नहीं कर सकती जिसके लिए जिम्मेदार हूं ही नहीं! तभी सॉरी कहूंगी अगर मैंने गलती की है।
12. मुझे नुकसान पहुंचाने की, शर्मिंदा करने की, बदनाम करने की कोशिश हुई हैं। उनका असर हुआ है या नहीं यह मुझे नहीं पता लेकिन मैं इतना जानती हूं कि जहां से मैं आई हूं, इन सब चीजों से लड़ना मैंने सीख लिया है इसलिए मुझे कोई कुछ भी कहे मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता। जब भी कोई औरत मर्द के बराबर आ जाती है तो उसे दबाने के लिए यही होता है।
13. मैं अपने लिए हीरो बनना चाहती हूं, इसलिए मैंने घर छोड़ा था।
14. इस देश में जब भी किसी औरत को दबाना होता है, उसको चुड़ैल, डायन, वैश्या, पागल कहा जाता रहा है। मेरे बारे में कहा गया कि मैं तांत्रिक बुलाकर काला जादू करती हूं। मैं यही कहना चाहूंगा कि मैं हिंदू हूं, गीता और सनातन धर्म को मानती हूं और आप मेरा पूजा-पाठ नहीं समझ पा रहे हैं। कोई बात नही! लेकिन वो तंत्र-मंत्र थोड़ी हो जाएगा।
15. इंडस्ट्रीज के लोगों ने मेरे साथ कुत्तों जैसा बर्ताव किया था।
16. मैंने बॉलीवुड को एक्सेप्ट किया है। बॉलीवुड ने मुझे एक्सेप्ट किया या नहीं। मैं परवाह नहीं करती। मुझे पता था कि मेरे लिए कोई नहीं खड़ा होगा। मेरे दोस्त नहीं पर शुभचिंतक जरूर है।
17. मैं बहुत ही मामूली मीडियम क्लास परिवार से हूं। लेकिन फिर भी जितना झूठ, खोखलापन यहां के अमीर लोगों में है उतना कहीं नहीं।
18. मैं 16 साल की थी, तब से स्वामी विवेकानंद की फालोवर हूं। उनके शिक्षाओं का पालन करने की कोशिश करती हूं। उनके द्वारा लिखी व कही गई बातें मुझे आत्मविश्वास से भर देती हैं। उंहीं से मुझे जीने का एक अलग नजरिया मिला है।
19. यहां मेहनताने में काफी अंतर है। पुरुष कलाकार फिल्म निर्माण में उतर रहे हैं। वे लोग मुनाफे में साझेदारी कर रहे हैं, पर अभिनेत्रियों को केवल एक बार ही पैसे मिलते हैं।
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