Guljar के अनमोल विचार Guljar Quotes in Hindi
1. आओ सारे पहन लें आईने;
सारे देखेंगे अपना ही चेहरा,
सबको सारे हसीन लगेंगे यहां।
सारे देखेंगे अपना ही चेहरा,
सबको सारे हसीन लगेंगे यहां।
2. मैं सिगरेट तो नहीं पीता,
मगर हर आने वाले से ही पूछ लेता हूं
"माचिस है?"
बहुत कुछ है जो मैं
फूंक देना चाहता हूं।
3. आने वाला पल जाने वाला है,
हो सके तो इसमें जिंदगी बिता दो,
पल जो ये जाने वाला है।
4. किनारा मिला जो किनारा नहीं था,
बहाना था कोई सहारा नहीं था....
यही एक दिल जिसको समझे थे अपना
न जाने था किसका... हमारा नहीं था।
5. जख्म दिखते नहीं अभी लेकिन,
ठंडे होंगे तो दर्द निकलेगा,
तैश उतरेगा वक्त का जब भी,
चेहरा अंदर से जर्द निकलेगा।
6. फीके लगते हैं मौसम जब आप हंसते नहीं,
दिन गुजर जाते हैं, लम्हे कुछ करते नहीं।
7. थोड़े है
थोड़े की ज़रूरत है
जिंदगी फिर भी यहां
खूबसूरत है..।
8. कहने वालों का कुछ नहीं जाता,
सहने वाले कमाल करते हैं।
कौन ढूंढे जवाब दर्दों के,
लोग तो बस सवाल करते हैं।
9. वह काट के पुर्जे
उड़ा रहा था,
हवाओं का रुख
दिखा रहा था।
10. कोई आहट न सरसराहट है,
जिंदगी सिर्फ मुस्कुराहट है।
11. कागजों की कश्तियों का...
कहीं किनारा होता नहीं।
12. कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़,
किसी की आंख में हम को भी इंतजार दिखे।
13. दिल के सन्नाटे खोल कभी
तन्हाई तू भी बोल कभी।
14. आंखें थी जो कह गई सब कुछ,
लफ्ज़ होते तो मुकर गए होते।
15. बुझ जाएगी सारी आवाजें, यादें यादें रह जाएंगी।
ओ तस्वीर बचेंगी आंखों में
और बाती सब बह जाएंगी।
16. तेरे करम तो है इतने की याद है अब तक;
तेरे सितम है कुछ इतने कि हमको याद नहीं।
17. आज बचपन का टूटा हुआ
खिलौना मिला....
उसने मुझे तब भी बुलाया था,
उसने मुझे आज भी रुलाया है...।
18. तेरी सूरत जो भरी रहती है आंखों में सदा
अजनबी लोग भी पहचाने लगते हैं मुझे
तेरे रिश्ते में तो दुनिया ही पिरो ली मैंने।
19. आज कल पांवो जमीन पर नहीं पड़ते मेरे,
बोलो देखा है कभी तुमने मुझे उड़ते हुए...।
20. खुद से ज्यादा संभाल कर रखता हूं
मोबाइल अपना...
क्योंकि रिश्ते सारे अब इसी में कैद हैं।
21. मैं तेरे इश्क की छांव में,
जल जलकर काला ना पड़ जाऊं कहीं।
तू मुझे हुस्न की धूप का एक टुकड़ा दे।
22. सांस लेना भी कैसी आदत है।
23. तुमसे मिली जो जिंदगी हमने
अभी बोई नहीं
तेरे सिवा कोई न था
तेरे सिवा कोई नहीं।
24. तेरी यादों के जो आखिरी के निशान
दिल तड़पता रहा, हम मिटाते रहे।
25. एक परवाझ दिखाई दी है
तेरी आवाज सुनाई दी है
जिसकी आंखों में कटी थी सदियां,
उसने सदियों की जुदाई दी है।
26. तुझे पहचानूंगा कैसे?
...... तुझे देखा ही नहीं
ढूंढा करता हूं तुम्हें, अपने चेहरे में कहीं
लोग कहते हैं मेरी आंखें मेरी मां जैसी हैं।
27. लकीरें हैं तो रहने दो,
किसी ने रूठ कर गुस्से में
शायद खीच दी थी।
उन्हीं को अब बनाओ पाला और
आओ कबड्डी खेलते हैं।
28. जुबाँ सीखने की जरूरत
किसी भी उम्र में पड़ सकती है
ऐसे ही जैसे इश्क किसी भी
उम्र में हो सकता है।
30. तेरे बिना जिंदगी से कोई शिकवा तो नहीं,
तेरे बिना जिंदगी भी लेकिन जिंदगी नहीं।
31. ख्वाब था शायद
ख्वाब ही होगा....
32. ख़ामोशी का हासिल भी इक लंबी सी ख़ामोशी है;
उन की बात सुनी भी, हमने अपनी बात सुनाई भी।
33. मासूम सी हंसी बेवजह ही कभी,
होठों पे खिल जाती है
अंजान सी खुशी बहती हुई कभी,
साहिल पे मिल जाती है
ये अंजाना सा डर, अजनबी है मगर
खूबसूरत है जी लेने दे,
ये लम्हा फिलहाल जी लेने दे।
34. बहुत मुश्किल से करता हूं
तेरी यादों का कारोबार
.... मुनाफा कम है,
पर गुजारा हो जाता है।
35. हजारों...
उलझनें राहों में और
कोशिशें बेहिसाब..
इसी का नाम है
जिंदगी...
चलते रहिए जनाब...।
36. क्या पता, कब कहां मारेगी।
बस कि मैं जिंदगी से
डरता हूं..।
मौत का क्या है!!!
एक बार मारेगी???
37. याद है एक दिन...
मेरे मेज पे बैठे बैठे,
सिगरेट की डिबिया पर तुमने
छोटे से एक पौधे का एक स्केच बनाया था...। आकर देखो,
उस पौधे पर फूल आया है।
38. भूल के मुझको अगर आप भी हो सलामत,
तो भूला के तुझ को संभलना मुझे भी आता है।
39. पलक से पानी गिरा है,
तो उसको गिरने दो
कोई पुरानी तमन्ना, पिघल रही होगी।
40. एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद...
दूसरा सपना देखने के हौसले को "ज़िंदगी" कहते हैं।
41. सुनो...
जब कभी देख लुं तुमको..
तो मुझे महसूस होता है कि..
दुनिया खूबसूरत है...।
42. शाम से आंख में नमी सी है...
आज फिर आपकी कमी सी है..।
43. हमने अक्सर तुम्हारी यादों में,
रुक कर अपना ही इंतजार किया है।
44. हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते,
वक़्त की शाख से लम्हें नहीं तोड़ा करते।
45. दिल अगर है तो दर्द भी होगा
इसका कोई नहीं है हल शायद।
46. ऐ इश्क...
दिल की बात कहूं तो बुरा तो नहीं मानोगे,
बड़ी राहत के दिन थे तेरी पहचान से पहले।